हर तरह की परेशानियों और बीमारियों से बचने के लिए होती है देवी कालरात्रि की पूजा
नवरात्रि में सातवें दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाती है। ये देवी दुर्गा के क्रोध से प्रकट हुआ स्वरूप है। इसलिए रोग, महामारी और हर तरह की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए देवी के इस स्वरूप की पूजा की जाती है। देवी कालरात्रि की पूजा 31 मार्च, सोमवार यानी आज की जाएगी। देवी कालरात्रि का स्वरूप डराव…
देवी महागौरी की पूजा से खत्म होते हैं पाप और बढ़ती है सकारात्मक ऊर्जा
चैत्र नवरात्रि के आठवें दिन मां दुर्गा की पूजा महागौरी स्वरूप में की जाती है। मार्कंडेय पुराण के अनुसार शुभ-निशुम्भ से पराजित होकर देवतागण गंगा के तट पर जिस देवी की प्रार्थना कर रहे थे वह महागौरी हैं। देवी महागौरी के अंश से ही कौशिकी का जन्म हुआ जिसने शुम्भ निशुम्भ के प्रकोप से देवताओं को मुक्त करा…
अनार के कटोरे कोरोना का कहर, खेतों में सड़ रहा है हजारों टन अनार, मजदूर व व्यापारियों का पलायन
अनार के कटोरे के रूप में तेजी से प्रसिद्ध हो रहे पश्चिमी राजस्थान के किसानों पर इस बार कोरोना कहर बन टूटा है। अभी तक किसान अपना साठ फीसदी अनार ही बेच पाए है, जबकि शेष 40 फीसदी अनार पौधो पर तैयार है, लेकिन उन्हें तोड़ने वाले श्रमिक पलायन कर चुके है। कुछ किसानों के पास तोड़ा हुआ अनार तैयार है तो मंडियो…
नहीं रहे वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध के महावीर चंदन सिंह, लॉक डाउन के कारण आमजन नहीं दे पाएंगे अपने वार हीरो को अंतिम विदाई
वर्ष 1962 भारत-चीन व वर्ष 1971 भारत-पाक युद्ध के दौरान अपनी अदम्य बहादुरी के दम पर पहले वीर और बाद में महावीर चक्र हासिल करने वाले एयरवाइस मार्शल(रिटायर्ड) चंदन सिंह बागावास का रविवार दोपहर जोधपुर में निधन हो गया। वे 97 साल के थे। लॉक डाउन के कारण देश के इस महावीर की अंतिम संस्कार से जुड़े आयोजनों क…
स्वामी नारायण मंदिर में फूलों से बनता है रंग, करीब 198 साल पुराना है अहमदाबाद का ये मंदिर
होली उमंग और उल्लास के साथ भाईचारे की भावना से जीवन में रंग बिखेरने वाला पर्व है। पूरे देश में इसको लेकर विशेष उत्साह रहता है। इस अवसर पर अहमदाबाद के स्वामी नारायण मंदिर में फूलों से रंग बनाया जाता है और सभी श्रृद्धालु मिलकर होली खेलते हैं। अहमदाबाद के कालूपुर स्वामी नारायण मंदिर में फूलों के रंगो…
रोगनाश और समृद्धि प्राप्ति के लिए किया जाता है शीतला सप्तमी का व्रत
शीतला सप्तमी व्रत चैत्र माह के कृष्णपक्ष की सप्तमी तिथि पर किया जाता है।  इस साल यह 15 मार्च को यानी आज है। इस दिन शीतला माता का पूजन बासी और ठन्डे व्यंजनों का भोग लगाने के बाद घर के सभी सदस्य सिर्फ ठन्डे व्यंजन ही खाते हैं। शीतला माता का मंदिर वटवृक्ष के समीप ही होता है। इसलिए शीतला माता के पूजन क…